धातु, अधातु एवं उपधातु (Metals, Non-Metals & Metalloids) | परिभाषा, गुण व उदाहरण

धातु, अधातु एवं उपधातु (Metals, Non-Metals & Metalloids)

भोतिक एवं रासायनिक परिवर्तन पढ़े :- https://www.iedunews24.com/2025/08/physical-and-chemical-changes-in-hindi.html

1. परिचय (Introduction)

➣ आवर्त सारणी (Periodic Table) में तत्वों को उनके भौतिक एवं रासायनिक गुणों के आधार पर मुख्यतः तीन वर्गों में बाँटा जाता है:

  1. धातु (Metals)

  2. अधातु (Non-Metals)

  3. उपधातु (Metalloids)

➣ धातु व अधातु के गुण स्पष्ट रूप से अलग-अलग होते हैं, जबकि उपधातु में दोनों के गुण पाए जाते हैं।

 1. धातु (Metals)


परिभाषा:


➣ ऐसे तत्व जो इलेक्ट्रॉन खोकर (Electron Donor) धनायन (Cation) बनाते हैं और अच्छे ऊष्मा व विद्युत चालक होते हैं।

भौतिक गुण:


1. धातुए दिखने में चमकीली होती है | 
2. धातुए विधुत व ऊष्मा की अच्छी चालक होती है |  
3. अधिकांश धातुए ठोस अवस्था में पाई जाती है | 
4. धातुओं में तन्यता व आघातवर्धनीयता का गुण पाया जाता है | 
5. धातुओं का गलनांक व कवथनांक उच्च होता है | 

उदहारण 


1. सबसे भारी धातु – ऑस्मियम (Os),इरीडियम (Ir)
2. सबसे हल्की धातु – लिथियम (Li)

Note:- बैटरी निर्माण में इसका व्यापक प्रयोग होता है।

3. सबसे हल्का तत्व – हाइड्रोजन (H)

Note:- यह ब्रह्मांड का सबसे अधिक पाया जाने वाला तत्व है।

4. सर्वाधिक गलनांक वाली धातु – टंगस्टन (W)

 Note:- बल्ब के फिलामेंट बनाने में उपयोग।
         - गलनांक: लगभग 3422 °C

5. कमरे के ताप पर द्रव धातुएं – Hg, Cs, Fr, Ga

Note:- गैलियम हाथ में रखने पर ही पिघल जाती है (गलनांक 29.7 °C)।

6. सबसे अच्छा विद्युत चालक – चाँदी (Ag)
7. सर्वाधिक क्रियाशील धातु – फ्रैंशियम (Fr)

Note:- क्षार धातु समूह की सदस्य।
        - यह अत्यधिक रेडियोधर्मी और दुर्लभ है।

8  भय धातु – प्लूटोनियम (Pu)

Note:-  परमाणु ऊर्जा और बमों में प्रयोग।

9 . आशा धातु – यूरेनियम (U)

Note:- परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में प्रयोग।

10  सबसे तन्य धातु – सोना (Au)

सोने की शुद्धता (Gold Purity)


➣ 100% शुद्ध सोना = 24 कैरेट (24K)
➣ आभूषणों के लिए प्रयोग: 18 कैरेट सोना (18K)
➣ 1 ग्राम सोने से लगभग 2 किलोमीटर लंबा तार बनाया जा सकता है।

रासायनिक गुण:


1. ऑक्सीजन से अभिक्रिया कर धात्विक ऑक्साइड (क्षारीय प्रकृति) बनाते हैं।

       4Na + O₂ → 2Na₂O
2. अम्ल से अभिक्रिया कर H₂ गैस उत्सर्जित करते हैं।

      Zn + H₂SO₄ → ZnSO₄ + H₂↑
3. धातुएँ विद्युत-धनात्मक स्वभाव की होती हैं।

उदाहरण:   Fe, Cu, Al, Zn, Mg, Na, Au, Ag


3. अधातु (Non-Metals)


परिभाषा:


➣ ऐसे तत्व जो इलेक्ट्रॉन ग्रहण कर (Electron Acceptor) ऋणायन (Anion) बनाते हैं और ऊष्मा व विद्युत के कुचालक होते हैं।

भौतिक गुण:


1. प्रायः गैसीय अवस्था में पाए जाते हैं (O₂, N₂, Cl₂), कुछ ठोस (S, P, I₂)।
2. भंगुर (Brittle)।
3. चमकहीन (Exception → आयोडीन)।
4. तन्यता व आघातवर्धनीयता नहीं।
5. सामान्यतः कम घनत्व, निम्न गलनांक व क्वथनांक।

उदहारण 

1. सबसे हल्की अधातु – हाइड्रोजन (H)

Note:-यह ब्रह्मांड का सबसे अधिक पाया जाने वाला और सबसे हल्का तत्व है।

2. सबसे कठोर अधातु – हीरा (C)

Note:-हीरा (Diamond – C)
        -यह कार्बन का एक रूप (Allotrope) है।
        -हीरा प्राकृतिक रूप से सबसे कठोर पदार्थ है।

3. सबसे अच्छा चालक अधातु – ग्रेफाइट (C)

Note:-ग्रेफाइट (Graphite – C)
         -कार्बन का एक अन्य रूप।
        - पेंसिल की नोंक, इलेक्ट्रोड और बैटरी में प्रयोग।

4. सबसे क्रियाशील अधातु – फ्लोरीन (F)
 

Note:-यह सबसे अधिक विद्युत ऋणात्मक (Electronegative) तत्व है।
         -अत्यधिक क्रियाशील है और लगभग सभी तत्वों से यौगिक बना लेती है।

5. द्रव अधातु – ब्रोमीन (Br)

Note:-यह एकमात्र अधातु है जो सामान्य तापमान पर द्रव रूप में होती है।

6. गैसीय अधातुएं – H₂, O₂, N₂, F₂, Cl₂

Note:- ऑक्सीजन (O) – श्वसन के लिए।
         -कार्बन (C) – सभी कार्बनिक यौगिकों का आधार।
        -नाइट्रोजन (N) – प्रोटीन व डीएनए का आवश्यक तत्व।

7. ठोस अधातुएं – C, S, P, I₂
8. जीवनोपयोगी अधातुएं – O, C, N


रासायनिक गुण:


1. ऑक्सीजन से अभिक्रिया कर अम्लीय ऑक्साइड बनाते हैं।

    C + O₂ → CO₂
2. धातुओं के साथ अभिक्रिया कर लवण बनाते हैं।

    2Na + Cl₂ → 2NaCl
3. विद्युत-ऋणात्मक स्वभाव रखते हैं।

उदाहरण: O, N, S, P, Cl, Br, I

कोशिका विभाजन पढ़े :- https://www.iedunews24.com/2025/08/mcqs-cell-cycle-cell-division-notes-in.html

4. उपधातु (Metalloids)

परिभाषा:

➣ धातुओं और अधातुओं के बीच की विशेषताएँ रखने वाले तत्वों को उपधातु (Metalloids) कहा जाता है। इनका स्वरूप कभी धातु जैसा और कभी अधातु जैसा दिखाई देता है। 

➣ इन्हे धातु और अधातु के बीच की योजक कड़ी कहते है | 

➣ वे तत्व जिनमें धातु और अधातु दोनों के गुण पाए जाते हैं।

मुख्य गुण:

1. इनमें धातु और अधातु दोनों के गुण पाए जाते हैं।
2. ये सामान्यतः अर्धचालक (Semiconductors) होते हैं।
3. विद्युत चालकता इनकी स्थिति व तापमान पर निर्भर करती है।
4. इनका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर चिप्स और ट्रांजिस्टर बनाने में होता है।

प्रमुख उपधातुएं और प्रतीक चिन्ह


➣ बोरॉन (B)
➣ सिलिकॉन (Si)
➣ आर्सेनिक (As)
➣ जर्मेनियम (Ge)
➣ एंटीमोनी (Sb)
➣ टेल्यूरियम (Te)
➣ पोलोनियम (Po)

उपधातुओं के उपयोग

➣ सिलिकॉन (Si) – सेमीकंडक्टर, सोलर सेल, कंप्यूटर चिप्स।
➣ बोरॉन (B) – बोरिक एसिड, काँच व डिटर्जेंट निर्माण।
➣ आर्सेनिक (As) – कीटनाशक और मिश्रधातु में।
➣ एंटीमोनी (Sb) – अग्निरोधी सामग्री (Flame retardants) और मिश्रधातु।
➣ टेल्यूरियम (Te) – थर्मोइलेक्ट्रिक उपकरणों में।





(Comparison b/w metal, non metal & sub-metals)

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Comments