दैनिक जीवन में रसायन | Chemicals in Everyday Life

 दैनिक जीवन में रसायन (Chemicals in Everyday Life):

  • रसायन शास्त्र केवल प्रयोगशाला तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे भोजन, स्वास्थ्य, वस्त्र, ऊर्जा, सौंदर्य प्रसाधन, कृषि और पर्यावरण – हर जगह मौजूद है।
  • कक्षा 10 की NCERT में इसका अध्ययन मुख्यतः औषधियों, खाद्य पदार्थों और सफाई उत्पादों पर केंद्रित है।

धातु एवं अधातु पढ़े :- https://www.iedunews24.com/2025/09/metals-non-metals-metalloids.html

1. औषधियों में रसायन

  • मानव शरीर में होने वाली बीमारियों के इलाज में रसायनों की बड़ी भूमिका है।


(क) दर्द निवारक (Analgesics)

  • पैरासिटामोल (Paracetamol) → बुखार और दर्द में उपयोग।
  • एस्पिरिन (Aspirin) → दर्द और सूजन कम करता है।


(ख) एंटीसेप्टिक (Antiseptics) और डिसइंफेक्टेंट

  • एंटीसेप्टिक – शरीर पर लगाया जाता है (घाव पर, इंजेक्शन से पहले)।
  • टिंक्चर आयोडिन → 2–3% आयोडिन का अल्कोहलिक विलयन।
  • डिटॉल → क्लोरोज़ायलनॉल (Chloroxylenol)।
  • डिसइंफेक्टेंट – निर्जीव वस्तुओं पर (फर्श, शौचालय)।
  • फिनाइल, ब्लीचिंग पाउडर।


(ग) एंटीबायोटिक्स (Antibiotics)

  • बैक्टीरिया की वृद्धि को रोकने वाली दवाएँ।
  • उदाहरण → पेनिसिलिन, टेट्रासाइक्लिन, एरिथ्रोमाइसिन।
  • पेनिसिलिन की खोज अलेक्जेंडर फ्लेमिंग ने की 

(घ) एंटीहिस्टामिन (Antihistamines)

  • एलर्जी रोकने के लिए।
  • उदाहरण → एविल, सिट्रीज़ीन।


2. खाद्य पदार्थों में रसायन


(क) परिरक्षक (Preservatives)

  • खाने को खराब होने से बचाने वाले रसायन।
उदाहरण →

(a) सोडियम बेंजोएट (जूस, अचार),

(b) सोडियम मेटाबाइसल्फाइट।

(c) सिरका(Vinegar) - 2-3% एसिटिक अम्ल (CH₃COOH) का मिश्रण सिरका कहलाता है | 

  • उपयोग :

  • भोजन का स्वाद बढ़ाने में।
  • अचार को सुरक्षित रखने में (Preservative)।
  • सफाई और जीवाणुनाशक के रूप में।


(ख) कृत्रिम मिठास (Artificial Sweeteners)

(a) सैकरीन → पहली कृत्रिम मिठास (कैलोरी-फ्री)।

उत्पत्ति :

  • सैकरीन का पहली बार निर्माण 1879 ई. में रसायनज्ञ फालबर्ग (Fahlberg) ने किया।
  • इसे मूल रूप से कोल टार (Coal Tar) से प्राप्त किया गया था।
  • आजकल इसे बेंजॉइक सल्फिमाइड (Benzoic Sulphimide) से संश्लेषित (Synthesised) किया जाता है।


विशेषताएँ :

  • यह साधारण चीनी (Sucrose) से लगभग 300 गुना ज्यादा मीठा होता है।
  • लेकिन इसमें कैलोरी नहीं होती (इसलिए डायबिटीज़ रोगियों के लिए उपयोगी)
  • यह गरम करने पर भी स्थिर रहता है।


उपयोग :

  • डायबिटीज़ रोगियों के लिए मिठास देने में।
  • डाइट ड्रिंक, शुगर-फ्री उत्पादों में।
  • दाँतों को नुकसान नहीं पहुँचाता क्योंकि यह बैक्टीरिया द्वारा नहीं तोड़ा जाता।


(b) एस्पार्टेम → डाइट सोडा और शुगर-फ्री उत्पादों में।

(c) साइक्लामेट और सुक्रालोज़ भी प्रयोग में आते हैं।


(ग) कृत्रिम रंग (Food Colours)

  • खाने को आकर्षक बनाने के लिए।
  • टार्ट्राज़ीन (पीला), पॉन्सो (लाल)।


(घ) एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidants)

  • भोजन को ऑक्सीकरण से बचाते हैं।
  • BHA (Butylated Hydroxy Anisole), BHT (Butylated Hydroxy Toluene)।

कोशिका पढ़े :- https://www.iedunews24.com/2025/08/biology-cell-details-notes-in-hindi-for.html

3. सफाई एवं घरेलू उपयोग के रसायन


(a) साबुन और डिटर्जेंट

साबुन →उच्च वशिये अम्लों के सोडियम / पोटैशियम लवण होते है | 

  •  साबुन मुलायम पानी में काम करते हैं।

डिटर्जेंट → सल्फोनिक एसिड या अमोनियम लवण।

  •  डिटर्जेंट  कठोर पानी में भी काम करते हैं।


(b) बेकिंग सोडा (NaHCO₃)

प्रयोग:

  •   केक/भजिए फुलाने में।
  •   एंटासिड (अम्लता कम करने में)।
  • गरम करने पर सोडियम कार्बोनेट बनाता है।


(c) वॉशिंग सोडा (Na₂CO₃·10H₂O)

प्रयोग:

  •   कपड़े धोने में।
  •   कठोर जल को मुलायम करने में।

वाशिंग सोडा को उच्च ताप पर गर्म करने पर सोडा ऐश का निर्माण होता है | 

(d) ब्लीचिंग पाउडर (CaOCl₂)

  • इसका निर्माण चुने के पानी में क्लोरीन गैस प्रवाहित करने से होता है | 

प्रयोग:

  •   कपड़े व घर की सफाई।
  •   पेयजल शुद्धिकरण।
  •   डिसइंफेक्शन।


4. कृषि में रसायन

उर्वरक (Fertilizers):

  •   नाइट्रोजन → यूरिया( CO(NH₂)₂) / कार्बामाइड।
  •   फॉस्फोरस → सुपर फॉस्फेट।
  •   पोटाश → पोटेशियम क्लोराइड (KCl, K₂SO₄)।
  • कीटनाशक (Insecticides): DDT, BHC।
  • शाकनाशी (Weedicides): 2,4-D ( 2,4-DichloroPhenoxy Acetic Acid)।


5. ईंधन और पर्यावरण

  • LPG (Liquefied Petroleum Gas): ब्यूटेन + प्रोपेन।
  • CNG (Compressed Natural Gas): मीथेन → स्वच्छ ईंधन।
  • LPG एवं CNG में CNG ज्यादा उपयोगी होता है , क्योकि यह हल्की होने के कारण यह वायुमंडल से बाहर निकल जाती है | 
  • बायोगैस: मीथेन का प्रमुख स्रोत।
  • प्रदूषण से निपटने के उपाय:
  • कैटेलिटिक कनवर्टर।
  •  बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक।

दैनिक जीवन में उपयोगी प्रमुख रासायनिक यौगिक (Chemicals in Daily Life)


(1) बेकिंग सोडा (Baking Soda – NaHCO₃)

  • रासायनिक नाम: सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट
प्रयोग:
  •   केक, भजिया और बेकरी उत्पाद फुलाने में।
  •   एंटासिड (पेट की अम्लता कम करने में)।
  •   हल्का क्लीनिंग एजेंट।
  • फैक्ट: गरम करने पर NaHCO₃ → सोडियम कार्बोनेट (Na₂CO₃) बनाता है।


(2) वॉशिंग सोडा (Washing Soda – Na₂CO₃·10H₂O)

  • रासायनिक नाम: सोडियम कार्बोनेट डिकाहाइड्रेट
  • प्रयोग: कपड़े धोने, कठोर जल मुलायम करने, काँच व साबुन उद्योग में।


(3) ब्लीचिंग पाउडर (Bleaching Powder – CaOCl₂)

  • प्रयोग: कपड़े सफेद करने, पेयजल शुद्ध करने, कीटाणुनाशक व ऑक्सीकरण एजेंट।


(4) फिटकरी (Alum – K₂SO₄·Al₂(SO₄)₃·24H₂O)

  • प्रयोग: पानी शुद्ध करने, रक्तस्राव रोकने, रंगाई व चमड़ा उद्योग।


(5) नीला थोथा (Blue Vitriol – CuSO₄·5H₂O)

  • प्रयोग: फफूंदनाशी (Bordeaux mixture), कीटनाशक, इलेक्ट्रोप्लेटिंग।


(6) सफेद थोथा (White Vitriol – ZnSO₄·7H₂O)

  • प्रयोग: उर्वरक, औषधि, रंगाई व चमड़ा उद्योग।


(7) हरा थोथा (Green Vitriol – FeSO₄·7H₂O)

  • प्रयोग: आयरन टॉनिक, जल शोधक, स्याही व रंगाई।


(8) लाल थोथा (Red Vitriol – CoSO₄·7H₂O)

  • प्रयोग: रंगाई व बैटरी उद्योग।


(9) यूरिया (Urea – CO(NH₂)₂

  • प्रयोग: नाइट्रोजन उर्वरक (46% N), रेज़िन व दवाइयों में।


(10) डी.ए.पी. (Di-Ammonium Phosphate – (NH₄)₂HPO₄)

  • प्रयोग: नाइट्रोजन + फॉस्फोरस उर्वरक।


(11) 2,4-D (C₈H₆Cl₂O₃)

  • प्रयोग: खरपतवार नाशक (Weedicide)।


(12) पोटाश (KCl / K₂SO₄)

  • प्रयोग: पोटेशियम उर्वरक, फलों व फूलों की वृद्धि।


(13) सिरका (Vinegar – CH₃COOH)

  • प्रयोग: स्वाद, अचार संरक्षक, सफाई।


(14) सैकरीन (C₇H₅NO₃S)

  • प्रयोग: कृत्रिम मिठास (Sucrose से 300 गुना मीठा)।


(15) एस्पार्टेम (C₁₄H₁₈N₂O₅)

  • प्रयोग: डाइट सोडा व शुगर-फ्री उत्पाद।


(16) कॉमन सॉल्ट (NaCl)

  • प्रयोग: भोजन, संरक्षक, औद्योगिक कच्चा माल।


(17) डिटॉल (C₈H₉ClO)

  • प्रयोग: एंटीसेप्टिक।


(18) पेनिसिलिन (C₁₆H₁₈N₂O₄S)

  • प्रयोग: एंटीबायोटिक दवा।


(19) एथेनॉल (C₂H₅OH)

  • प्रयोग: शराब, ईंधन, सैनिटाइज़र।


(20) मेथेनॉल (CH₃OH)

  • प्रयोग: ईंधन, सॉल्वेंट (जहरीला)।


(21) एलपीजी (C₃H₈ + C₄H₁₀)

  • प्रयोग: खाना पकाने व ईंधन।


(22) सीएनजी (CH₄)

  • प्रयोग: वाहन ईंधन (स्वच्छ ऊर्जा)।


(23) अमोनिया (NH₃)

  • प्रयोग: उर्वरक (NH₄ लवण), रेफ्रिजरेंट, विस्फोटक।


(24) जिप्सम (CaSO₄·2H₂O)

  • प्रयोग: सीमेंट, POP निर्माण।


(25) प्लास्टर ऑफ पेरिस (CaSO₄·½H₂O)

  • प्रयोग: मूर्तियाँ, हड्डी जोड़ना, सजावट।


(26) हाइड्रोजन पेरॉक्साइड (H₂O₂)

  • प्रयोग: एंटीसेप्टिक, बाल रंगना, रॉकेट ईंधन।


(27) सोडा वाटर (CO₂ + H₂O)

  • प्रयोग: ठंडे पेय में।


(28) कास्टिक सोडा (NaOH)

  • प्रयोग: साबुन, डिटर्जेंट, पेट्रोलियम रिफाइनिंग।


(29) कास्टिक पोटाश (KOH)

  • प्रयोग: बैटरियों में, साबुन व उर्वरक निर्माण।


(30) सल्फ्यूरिक अम्ल (H₂SO₄)

  • प्रयोग: उर्वरक, बैटरी, रसायन उद्योग।


(31) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl)

  • प्रयोग: सफाई, लेदर प्रोसेसिंग, दवा उद्योग।


(32) नाइट्रिक अम्ल (HNO₃)

  • प्रयोग: विस्फोटक (TNT), उर्वरक, रंग।


(33) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)

  • प्रयोग: अग्निशामक, ठंडे पेय, प्रकाश संश्लेषण।


(34) ऑक्सीजन (O₂)

  • प्रयोग: श्वसन, वेल्डिंग, चिकित्सा।


(35) हाइड्रोजन (H₂)

  • प्रयोग: ईंधन, हाइड्रोजन बॉम्ब, अमोनिया निर्माण।
  जन्तुओं में जनन पढ़े :- https://www.iedunews24.com/2025/08/female-reprduction-system-organs.html

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