आनुवांशिकी (Genetics) : परिभाषा, इतिहास और जनक
परिभाषा :-
➣ जीव विज्ञानं की वह शाखा जिसमे सजीवों के लक्षणों की आनुवांशिकता (Heredity) एवं विभिन्नता (Variations) का अध्ययन किया जाता है, उसे आनुवांशिकता कहते है |
➣ आनुवांशिकी (Genetics)शब्द विलियम बेट्सन (William Bateson) ने दिया।
➣ आनुवांशिकता (Heredity) - लक्षणों का पीढ़ी दर पीढ़ी स्थांनांतरण |
➣ Heredity शब्द का प्रयोग सबसे पहले स्पेनसर (Spencer) ने किया था।
विभिन्नता (Variation):-
➣ विभिन्नता का अर्थ है :- एक ही जाति के विभिन्न सदस्यों के मध्य पाई जाने वाली असमानता।
↪ यह जीवों के विकास (Evolution) और अनुकूलन (Adaptation) की नींव है।
आनुवांशिकी के जनक (Fathers of Genetics)
➣ Father of genetics - ग्रेगर जोहन मेंडल (Gregor Johann Mendel)
➣ Father of modern genetics - विलियम बेट्सन (William Bateson)
➣ Father of experimental genetics - थॉमस हंट मॉर्गन (Thomas Hunt Morgan)
Note:- Morgan ने अपने प्रयोग ड्रोसोफिला फल मक्खी पर किये |
➣ Father of human genetics & bio chemical genetics - आर्किबाल्ड गैरोड (Archibald Garrod)
महत्वपूर्ण प्रयोग और योगदान
➣ मेंडल (Mendel) ने मटर के पौधों पर अपने प्रसिद्ध प्रयोग किए और आनुवांशिकी के नियम (Laws of Heredity) दिए।
➣ मॉर्गन (Morgan) ने ड्रोसोफिला (Drosophila) नामक फल मक्खी पर अपने प्रयोग किए, जिससे क्रोमोसोम सिद्धांत (Chromosomal Theory of Inheritance) को समझाया।
➣ गैरोड (Garrod) ने मानव में जैव-रासायनिक आनुवांशिकता का अध्ययन किया।
आनुवांशिकी शब्दावली (Genetics Terminology)
➣ आनुवांशिकी (Genetics) के अध्ययन में कुछ महत्वपूर्ण शब्दावली (Terminologies) का उपयोग किया जाता है। आइए इनके अर्थ को समझें
1. कारक (Factor)
➣ परिभाषा: वंशागति की वह इकाई जो किसी लक्षण को प्रकट करने और उसके वंशानुक्रम के लिए जिम्मेदार होती है, उसे कारक कहते हैं।
➣ जीन या करक क्या है :- यह DNA का सबसे सक्रिय भाग है |
➣ मूल बातें:
➣ मेण्डल (Mendel) ने कारक को एलिमेंट (Element) कहा।
➣ जोहान्सन (Johannsen) ने इस कारक को जीन (Gene) नाम दिया।
➣ मॉर्गन (Morgan) ने कारक को दर्शाने के संकेत (Symbols) दिए।
2. युग्मविकल्पी (Alleles)
➣ परिभाषा: किसी एक लक्षण को नियंत्रित करने वाले जीन के दो विप्रयासी (Contrasting) स्वरूपों को युग्मविकल्पी कहते हैं।
➣ युग्मविकल्पी शब्द बेट्सन ने दिया
उदाहरण:
➣ पौधों की ऊँचाई (Plant Height) को नियंत्रित करने वाले जीन के दो युग्मविकल्पी होते हैं –
T = लंबा पौधा (Tall)
t = बौना पौधा (Dwarf)
3. संयुग्मजी (Homozygous)
➣ जब किसी लक्षण को नियंत्रित करने वाले जीन के दोनों युग्मविकल्पी एक समान होते हैं, तो उसे संयुग्मजी (Homozygous) कहते हैं।
➣ उदाहरण:
↪ TT (लंबा पौधा)
↪ tt (बौना पौधा)
↪ यहाँ दोनों युग्मविकल्पी समान हैं।
4. विषमयुग्मजी (Heterozygous)
➣ जब किसी लक्षण को नियंत्रित करने वाले **जीन के दोनों युग्मविकल्पी असमान होते हैं, तो उसे विषमयुग्मजी (Heterozygous) कहते हैं।
➣ उदाहरण:
↪ Tt (एक लंबाई वाला जीन और एक बौनेपन वाला जीन)
↪ यहाँ दोनों युग्मविकल्पी अलग-अलग हैं।
5. लक्षणप्रारूप (Phenotype)
➣ किसी सजीव का बाह्य स्वरूप (External Appearance), यानी जो लक्षण हमें दिखाई देते हैं, उन्हें लक्षणप्रारूप (Phenotype) कहा जाता है।
➣ उदाहरण:
↪ समयुग्मकी लंबा (TT) → लंबा पौधा
↪ विषमयुग्मकी लंबा (Tt) → लंबा पौधा
↪ यहाँ पौधे की लंबाई उसका Phenotype है।
6. जीन प्रारूप (Genotype)
➣ किसी जीव का आंतरिक आनुवंशिक संगठन (Genetic Constitution), यानी जीनों का संयोजन, जीन प्रारूप (Genotype) कहलाता है।
➣ उदाहरण:
↪ शुद्ध या समयुग्मकी लंबा → TT
↪ अशुद्ध या विषमयुग्मकी लंबा → Tt
↪ यहाँ TT और Tt पौधे का Genotype है।
7. प्रभावी लक्षण (Dominant Trait)
➣ वह लक्षण जो F1 पीढ़ी में हमेशा प्रकट होता है, उसे प्रभावी लक्षण (Dominant Trait) कहते हैं।
➣ उदाहरण:
↪ लंबाई का लक्षण (T) → यदि पौधे का Genotype Tt है, तो भी पौधा लंबा ही होगा।
8. अप्रभावी लक्षण (Recessive Trait)
➣ वह लक्षण जो F1 पीढ़ी में प्रकट नहीं होता, उसे अप्रभावी लक्षण (Recessive Trait) कहते हैं।
➣ उदाहरण:
↪ बौनेपन का लक्षण (t) → यह केवल तब दिखाई देगा जब पौधे का Genotype tt होगा।
9. एक संकर संकरण (Monohybrid Cross)
परिभाषा:-
➣जब किसी संकरण में केवल एक लक्षण की वंशागति का अध्ययन किया जाता है, तो उसे एक संकर संकरण (Monohybrid Cross) कहते हैं।
➣उदाहरण:
↪ पौधे की लंबाई का लक्षण
लंबा (T) × बौना (t)
10. द्वि संकर संकरण (Dihybrid Cross)
परिभाषा:-
➣जब किसी संकरण में दो लक्षणों की वंशागति का अध्ययन किया जाता है, तो उसे द्वि संकर संकरण (Dihybrid Cross) कहते हैं।
➣उदाहरण:
↪ पौधे की लंबाई (T/t) और बीज का रंग (Y/y) का अध्ययन एक साथ
11. त्रिसंकर संकरण (Trihybrid Cross)
परिभाषा:-
➣जब किसी संकरण में तीन लक्षणों की वंशागति का अध्ययन किया जाता है, तो उसे त्रिसंकर संकरण (Trihybrid Cross) कहते हैं।
➣उदाहरण:
↪ पौधे की लंबाई (T/t),
↪ बीज का रंग (Y/y),
↪ फूल का रंग (R/r) का अध्ययन एक साथ
12. बहुसंकर संकरण (Polyhybrid Cross)
परिभाषा:-
➣जब किसी संकरण में कई लक्षणों की वंशागति का अध्ययन किया जाता है, तो उसे बहुसंकर संकरण (Polyhybrid Cross) कहते हैं।
➣उदाहरण:
↪ पौधे की लंबाई, बीज का रंग, फूल का रंग, बीज का आकार इत्यादि कई लक्षणों का अध्ययन एक साथ
13. संकरपूर्वज या पश्च संकरण (Back Cross)
➣जब F1 पीढ़ी (Hybrid Generation) का संकरण उसके किसी एक जनक (Parent) से करवाया जाता है,
तो इसे संकरपूर्वज संकरण या पश्च संकरण (Back Cross) कहते हैं।
➣Back cross का उपयोग लक्षणों की वंशागति और जीन के प्रकार (Genotype) को पहचानने में किया जाता है।
14. आउट क्रॉस (Out Cross)
➣जब F1 पीढ़ी का संकरण उस जनक से करवाया जाता है जिसमें प्रभावी लक्षण (Dominant Trait) मौजूद हो,
तो इसे आउट क्रॉस (Out Cross) कहते हैं।
➣Out cross से प्राप्त सभी संततियाँ प्रभावी लक्षण (Dominant Phenotype) को दर्शाती हैं।
➣इस संकरण का उपयोग Dominant Traits की पुष्टि करने के लिए किया जाता है।
15. परीक्षण संकरण (Test Cross)
➣जब F1 पीढ़ी का संकरण उस जनक से करवाया जाता है जिसमें अप्रभावी लक्षण (Recessive Trait) मौजूद हो, तो इसे परीक्षण संकरण (Test Cross) कहते हैं।
➣Test cross से किसी भी संतति का जीन प्रारूप (Genotype) आसानी से पता लगाया जा सकता है।
➣यह Mendel के प्रयोगों में एक महत्वपूर्ण विधि थी।
16. जनक पीढ़ी (Parental Generation)
➣संतति (Offspring) प्राप्त करने के लिए जिन पौधों या जीवों का संकरण करवाया जाता है, उन्हें
जनक पीढ़ी (Parental Generation) कहते हैं।
➣ इससे प्राप्त पहली पीढ़ी को F1 Generation कहा जाता है।
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