पाचन तंत्र : अंग, आहारनाल की संरचना और कार्य
मानव शरीर का पाचन तंत्र (Digestive System) हमारे जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह भोजन को छोटे-छोटे अणुओं में तोड़कर ऊर्जा प्रदान करता है। पाचन तंत्र मुख्य रूप से आहारनाल (Alimentary Canal) और उससे जुड़ी विभिन्न ग्रंथियों से मिलकर बना होता है।
कोशिका पढ़े :-https://www.iedunews24.com/2025/08/biology-cell-details-notes-in-hindi-for_12.html
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| (Digramatic View of Human Digestive System) |
पाचन तंत्र के प्रमुख अंग (Organs of Digestive System)
1. मुख (Mouth) :-
➣यह भोजन का प्रवेश द्वार होता है
➣इसमें दाँत (Teeth), जिव्हा (Toungh), एवं लार ग्रंथिया (Salivary Glands) पाई जाती है |
(a) दाँत (Teeth)
➣दाँत (Teeth):-दांत का अध्ययन - ओडेनटोलॉजी
➣दांत का निर्माण करने वाली कोशिकाएं - ओडेनटोब्लास्ट
➣दांत को नस्ट करने वाली कोशिकाएं - ओडेनटोक्लास्ट
➣दांत की उत्पत्ति - एण्डोडर्म
इनेमल
➣यह जन्तु जगत का कठोरतम पदार्थ होता है |
➣यह दांत पर पाया जाने वाला कठोरतम पदार्थ होता है |
➣इनेमल का निर्माण एमीलोब्लास्ट कोशिकाओं द्वारा होता है |
इनेमल का संगठन
➣लगभग 96% अकार्बनिक पदार्थ – मुख्य रूप से कैल्शियम फॉस्फेट (हाइड्रॉक्सीएपेटाइट, Ca₁₀(PO₄)₆(OH)₂)
➣लगभग 3% पानी
➣लगभग 1% कार्बनिक पदार्थ (प्रोटीन)
➣दांत का मुख्य भाग डेंटिन से बना होता है |
डेंटिन का संगठन
➣लगभग 70% अकार्बनिक पदार्थ (हाइड्रॉक्सीएपेटाइट)
➣लगभग 20% कार्बनिक पदार्थ (मुख्य रूप से कोलेजन प्रोटीन)
➣लगभग 10% पानी
दांत का संगठन :-
➣दाँत का सख़्त हिस्सा (इनेमल, डेंटिन और सीमेंटम) ज़्यादातर कैल्शियम फॉस्फेट से बना होता है।
➣बीच का भाग (पल्प) नरम ऊतक, नस और रक्त से बना होता है।
➣थीकोडोन्ट - दांतो का मसूड़ो में धसे हुए पाया जाना |
➣द्विबारदंति - मनुष्य के जीवन काल में दो बार दांत आने की व्यवस्था |
दाँतों के प्रकार (Types of Teeth in Humans)
➣मनुष्य में कुल 32 स्थायी दाँत (Permanent teeth) होते हैं। इन्हें चार प्रकारों में बाँटा जाता है:
1. Incisors (कटारी दाँत / आगे के दाँत)
➣संख्या: ऊपर 4 + नीचे 4 = 8
➣काम: खाना काटना (biting & cutting)
2. Canines (नुकीले दाँत / रदनक)
➣ संख्या: ऊपर 2 + नीचे 2 = 4
➣ काम: फाड़ना (tearing)
3. Premolars (अग्रचर्वणक)
➣ संख्या: ऊपर 4 + नीचे 4 = 8
➣ काम: पीसना व चबाना (grinding & crushing)
4. Molars (पिछला चर्वणक / दाढ़)
➣ संख्या: ऊपर 6 + नीचे 6 = 12
➣ काम: भोजन को बारीक पीसना
Dental Formula (मनुष्य का दंत सूत्र)
➣दन्त सूत्र हमेशा एक जबड़े का लिखा है -
➣व्यस्क व्यक्ति का = 2123
2123
➣Permanent Teeth – 32 teeth
➣बच्चो में = 2102
2102
➣दूध के दाँत = 20
(b) जीभ (Tongue)
➣जीभ एक मांसल अंग है, जो मुँह के अंदर स्थित होती है।
➣यह कंकाल पेशी (skeletal muscle) और श्लेष्म झिल्ली (mucous membrane) से बनी होती है।
➣मुख्य कार्य:
1. स्वाद लेना (taste buds की मदद से – मीठा, खट्टा, कड़वा, नमकीन, उमामी)
2. भोजन को मिलाना और निगलने में मदद करना
3. बोलने (speech) में सहायक
4. भोजन का तापमान और बनावट महसूस करना
मानव में जनन पढ़े :-https://www.iedunews24.com/2025/08/female-reprduction-system-organs.html
2. Pharynx (ग्रसनी)
➣यह गले का हिस्सा है, जो मुँह और नाक को अन्ननली (esophagus) और श्वासनली (trachea) से जोड़ता है।
➣लंबाई लगभग 12–14 सेमी होती है।
➣इसमें भोजन और वायु दोनों गुजरते हैं।
➣इसे 3 भागों में बाँटा जाता है:
1. Nasopharynx – नाक के पीछे
2. Oropharynx – मुँह के पीछे
3. Laryngopharynx – नीचे की तरफ, जो esophagus और trachea से जुड़ता है
3. Oesophagus (अन्ननली)
➣यह एक मांसपेशीय नली (muscular tube) है, जिसकी लंबाई लगभग 25 सेमी होती है।
➣यह ग्रसनी (pharynx) को आमाशय (stomach) से जोड़ती है।
➣इसमें पाचन नहीं होता, सिर्फ भोजन को नीचे पहुँचाने का काम होता है।
➣भोजन को नीचे ले जाने की क्रिया को Peristalsis (पेरिस्टाल्टिक गति) कहते हैं।
➣इसके अंत में एक sphincter होता है, जो पेट का अम्ल (acid) ऊपर आने से रोकता है।
4. Stomach (आमाशय)
स्थिति (Location):
➣यह पेट के ऊपरी बाएँ भाग (upper left abdomen) में, diaphragm के नीचे और छोटी आँत (duodenum) के ऊपर स्थित होता है।
➣यह J आकार का (J-shaped) मांसपेशीय थैलीनुमा अंग है।
➣Stomach के मुख्य भाग (Parts of Stomach):
1. Cardiac Part (Cardia)
➣यह stomach का ऊपरी भाग है, जहाँ पर esophagus (अन्ननली) जुड़ती है।
➣ यहाँ पर cardiac sphincter (lower esophageal sphincter) होता है, जो भोजन को पेट में आने देता है और पेट का acid ऊपर नहीं जाने देता।
2. Fundus
➣ Cardia के ऊपर गुंबदाकार (dome-shaped) भाग।
➣ यहाँ अक्सर हवा (gas bubble) इकट्ठा होती है।
3. Body (Corpus)
➣ Stomach का सबसे बड़ा हिस्सा।
➣ यहाँ पर भोजन को gastric juice के साथ अच्छी तरह मिलाया जाता है।
➣ इसमें fundic glands होती हैं, जो HCl और pepsinogen बनाती हैं।
4. Pyloric Part (Antrum + Canal)
➣ यह stomach का निचला हिस्सा है, जो छोटी आँत (duodenum) से जुड़ा होता है।
➣ इसके अंत में Pyloric sphincter होता है, जो chyme (आधा पचा भोजन) को नियंत्रित गति से duodenum में जाने देता है।
Stomach की दीवार की संरचना (Layers of Stomach Wall):
➣Stomach की दीवार 4 मुख्य परतों से बनी होती है (अंदर से बाहर की ओर):
1. Mucosa
➣ सबसे अंदर की परत।
➣ इसमें gastric glands होती हैं → HCl, pepsinogen, rennin, mucus आदि का स्रवण।
➣ यही परत folds बनाती है जिन्हें rugae कहते हैं।
2. Submucosa
➣Connective tissue की परत, जिसमें रक्त वाहिकाएँ, lymph vessels और nerves होते हैं।
3. Muscularis externa
➣ 3 परतों की मांसपेशियाँ होती हैं (अन्य अंगों में 2 होती हैं):
➣ Longitudinal layer (बाहरी)
➣ Circular layer (बीच की)
➣ Oblique layer (भीतरी) – यह केवल stomach में पाई जाती है।
➣ इनकी वजह से stomach भोजन को churn और mix कर पाता है।
4. Serosa
➣सबसे बाहर की परत, जो visceral peritoneum होती है।
Stomach के कार्य (Functions):
1. भोजन का अस्थायी भंडारण (Storage)।
2. भोजन को churn कर chyme बनाना।
3. Protein digestion (pepsin द्वारा)।
4. Intrinsic factor का secretion (Vitamin B₁₂ absorption के लिए)।
5. Acid secretion से बैक्टीरिया का नाश।
5. Small Intestine (छोटी आंत)
स्थिति (Location)
➣यह पेट (stomach) और बड़ी आँत (large intestine) के बीच स्थित होती है।
➣मनुष्य में इसकी लंबाई लगभग 6–7 मीटर होती है।
➣यह पाचन तंत्र का सबसे लंबा भाग है।
भाग (Parts of Small Intestine)
➣छोटी आंत को तीन हिस्सों में बाँटा जाता है:
1. Duodenum (डुओडेनम)
➣ लंबाई लगभग 25 सेमी (सबसे छोटा भाग)।
➣ यहीं पर bile (यकृत से) और pancreatic juice (अग्न्याशय से) प्रवेश करते हैं।
➣ यहाँ मुख्य रूप से वसा (fat), प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का रासायनिक पाचन शुरू होता है।
2. Jejunum (जेजुनम)
➣ लंबाई लगभग 2.5 मीटर।
➣ यहाँ पचे हुए भोजन से पोषक तत्वों का अधिकतर शोषण (absorption) होता है।
3. Ileum (आईलियम)
➣ लंबाई लगभग 3.5 मीटर (सबसे लंबा भाग)।
➣यहाँ भी absorption होता है, विशेष रूप से विटामिन B₁₂ और पित्त लवण (bile salts)।
➣यह बड़ी आँत (large intestine) से जुड़ता है।
संरचना (Structure)
➣अंदर की परत (mucosa) पर छोटे-छोटे उभार होते हैं जिन्हें villi (विलाई) कहते हैं।
➣Villi पर और भी छोटे-छोटे उभार होते हैं जिन्हें microvilli कहते हैं।
➣यह संरचनाएँ सतह क्षेत्र (surface area) को बहुत बढ़ा देती हैं → जिससे भोजन का शोषण अधिकतम हो सके।
मुख्य कार्य (Functions of Small Intestine)
1. भोजन का रासायनिक पाचन (enzymes की मदद से)।
2. Protein, Carbohydrate और Fat का पूर्ण पाचन।
3. पोषक तत्वों का अवशोषण (absorption) – जैसे ग्लूकोज़, अमीनो अम्ल, फैटी एसिड, विटामिन, खनिज आदि।
4. पचे हुए भोजन (chyme) को धीरे-धीरे बड़ी आँत की तरफ भेजना।
6. Large Intestine (बड़ी आंत)
स्थिति (Location)
➣यह Small Intestine (छोटी आंत) के बाद आती है।
➣मनुष्य में इसकी लंबाई लगभग 1.5 मीटर होती है।
➣व्यास (diameter) छोटी आँत से बड़ा होता है, इसलिए इसे Large intestine कहा जाता है।
भाग (Parts of Large Intestine)
1. Caecum (सीकम)
➣ बड़ी आंत की शुरुआत में स्थित थैलीनुमा भाग।
➣ इससे एक छोटा अंग जुड़ा होता है जिसे Vermiform appendix कहते हैं।
➣ Appendix की कोई विशेष पाचन-भूमिका नहीं है, पर यह lymphoid tissue से भरपूर होता है।
2. Colon (कोलन)
➣Colon को 4 भागों में बाँटा जाता है:
➣Ascending colon – ऊपर की ओर जाने वाला भाग
➣ Transverse colon – क्षैतिज (horizontal) भाग
➣Descending colon – नीचे की ओर जाने वाला भाग
➣Sigmoid colon – S-आकार का भाग, जो rectum से जुड़ता है
3. Rectum (रेक्टम)
➣ यह मल (feces) को अस्थायी रूप से संग्रहित करता है।
4. Anal canal (मलद्वार नली)
➣अंतिम भाग, जो anus (गुदा) पर खुलता है और मल का निष्कासन (defecation) होता है।
संरचना (Structure)
➣इसकी भी 4 परतें होती हैं (Mucosa, Submucosa, Muscularis, Serosa)।
➣इसमें villi नहीं होते, पर कुछ छोटे folds होते हैं।
➣यहाँ बहुत सारे bacteria (gut flora) पाए जाते हैं, जो कुछ विटामिन (जैसे Vitamin K, B₁₂, Biotin) बनाते हैं।
मुख्य कार्य (Functions of Large Intestine)
1. पचे हुए भोजन से पानी और लवण (salts) का अवशोषण।
2. विटामिन K और कुछ B विटामिनों का संश्लेषण (बैक्टीरिया की मदद से)।
3. अपाच्य पदार्थों (undigested food) को मल (feces) में बदलना।
4. मल को रेक्टम और anus के माध्यम से बाहर निकालना।

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